
केरल में रुग्णता की उच्च व्यापकता को दर्शाते हुए, राज्य में एक करोड़ लोगों के बीच किए गए स्वास्थ्य सर्वेक्षण में पाया गया कि जांच की गई जनसंख्या का लगभग 45 प्रतिशत हिस्सा जीवनशैली से संबंधित बीमारियों की चपेट में है।
राज्य स्वास्थ्य विभाग ने ‘आर्द्रम’ स्वास्थ्य मिशन के तहत दो चरणों में जीवनशैली रोग जांच कार्यक्रम शुरू किया था। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने गुरुवार को कहा कि पहले चरण में 30 वर्ष से अधिक आयु के 1.54 करोड़ लोगों की जांच की गई और दूसरे चरण में एक करोड़ लोगों की जांच की गई।
मंत्री ने कहा, “दूसरे चरण में जब एक करोड़ लोगों की जांच की गई, तो उनमें से 44.85 प्रतिशत लोग जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों के प्रति संवेदनशील पाए गए। उनमें से 13.35 प्रतिशत लोगों को उच्च रक्तचाप, 8.82 प्रतिशत लोगों को मधुमेह और छह प्रतिशत लोगों को दोनों ही तरह की बीमारियां हैं। जांच में पता चला कि 2.03 लाख लोगों को कैंसर का खतरा है और उन्हें आगे की जांच के लिए भेजा गया। कैंसर के प्रति संवेदनशील पाए गए लोगों में से 1.25 लाख लोगों को स्तन कैंसर के लिए आगे की जांच कराने को कहा गया है।”



